बुधवार, 16 जून 2010

सार्वजनिक पुस्तकालय अब शिक्षा विभाग में

चित्तौडग़ढ़


राज्य में २२८ पंचायत समिति मुख्यालयों में चल रहे सार्वजनिक पुस्तकालयों का कार्यभार अब माध्यमिक शिक्षा विभाग को सौंप दिया गया हैं। प्रशासनिक नियंत्रण, निरीक्षण, पर्यवेक्षण विद्यालयी पुस्तकालयों की भांति संबंधित जिला शिक्षा अधिकारी के नियंत्रण में होगा।



सार्वजनिक पुस्तकालयों भवनों का समुचित उपयोग एवं पुस्तकालयों का सुचारु संचालन नहीं होने संबंधी शिकायतें प्रमुख शासन सचिव/भाषा एवं पुस्तकालय विभाग को प्राप्त हो रही थीं। यह रिपोर्ट राज्य सरकार को पेश की गई। परिणाम स्वरूप सरकार ने सुचारू संचालन की मंशा से इन सार्वजनिक पुस्तकालयों का पूर्ण दायित्व संबंधित संस्था प्रधान व पर्यवेक्षण संबंधित जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक के अधीन किया। पूर्व में यह पुस्तकालय कार्मिक भाषा विभाग के तहत अधीन थे।पुस्तकालयों का विवरण

राज्य में एक केंद्रीय पुस्तकालय, २९ जिला पुस्तकालय व २२८ पुस्तकालय पंचायत समिति पर है। सरकार ने इन पुस्कालयों को नियमित खोलने व सुचारू रूप से संचालित करने के लिए शिक्षा विभाग को ठोस कदम उठाने के आदेश दिए है। विद्यालयी पुस्तकालयों का संस्थापन कार्य नियुक्ति, पदोन्नति, स्थानांतरण, निरीक्षण एवं शिकायत पर जांच कार्य भी संबंधित नियुक्त अधिकारी या क्षेत्राधिकारी (मंडल एवं जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक) के द्वारा ही सम्पादित किया जाएगा।

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